Verse 1: तेरी हर इक बात पे दिल हार जाती हूँ, तेरे लफ़्ज़ों की खुशबू से महक जाती हूँ। रूह को छू जाती है तेरी ख़ामोशी, तेरा होना ही है मेरे इश्क़ की सरगोशी। Chorus: इश्क़ के नग़मे हैं तेरी बाहों के, दिल के अफ़साने हैं तेरे वादों के। तेरी महफ़िल से अब जुड़ा है जहाँ मेरा, तेरे बिना लगता है हर लम्हा बेवफ़ा। Verse 2: तेरी आँखों में जो अफ़साना छुपा है, हर नज़र तेरा ही नूर जुदा है। तेरा दीदार ही रूह का सुकून है, तेरे बिना हर घड़ी एक जुनून है। Chorus: इश्क़ के नग़मे हैं तेरी बाहों के, दिल के अफ़साने हैं तेरे वादों के। तेरी महफ़िल से अब जुड़ा है जहाँ मेरा, तेरे बिना लगता है हर लम्हा बेवफ़ा। Bridge: तेरे लम्स से गुलशन महकने लगे, तेरे इश्क़ में तारे भी झुकने लगे। तेरे लफ़्ज़ों में छुपा हर जहाँ है, तू ही मेरा खुदा, तू ही मेरा आसमां है। Chorus: इश्क़ के नग़मे हैं तेरी बाहों के, दिल के अफ़साने हैं तेरे वादों के। तेरी महफ़िल से अब जुड़ा है जहाँ मेरा, तेरे बिना लगता है हर लम्हा बेवफ़ा। Outro: तेरी रूह में अब है मेरा बसेरा, इश्क़ में तेरे है मेरा सवेरा। तेरे बिना अब कुछ भी नहीं है मेरा, इश्क़ के नग़मे गूँजते हैं बस तेरे साये तले।